अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से सब जगह एक उत्साह का वातावरण बन गया था।
जिसको देखो वह ” राम -राम ” के भक्ति में डूबा हुआ था। हम सब जानते है रामनवमी आने वाली है तो फिर से रामलल्ला के आगमन के लिए विशेष तैयारियां होंगी।
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का प्रारंभ 16 अप्रैल को दोपहर 01 बजकर 26 मिनट से होगा और इसका समापन 17 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर होगा।
राम जी को पुरुषोत्तम यानि श्रेष्ठ इंसान माना गया है। जो गुनी है और सब का प्रिये है।
राम नवमी एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
उनकी जीवनी में हमें न्याय, धर्म, प्रेम और समर्पण का संदेश मिलता है। राम नवमी के दिन, लोग मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी आराधना करते हैं।