108 names of lord krishna​ का दिव्य स्वरूप।

15 March 2025 | vedic-culture

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108 names of lord krishna​  का दिव्य स्वरूप 


भगवान श्रीकृष्ण, जिन्हें जगतगुरु, योगेश्वर और साक्षात विष्णु अवतार माना जाता है, संपूर्ण विश्व में भक्तों के हृदय में बसते हैं। श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशक और महाभारत के नीति-कुशल योद्धा होने के साथ-साथ, वे प्रेम, भक्ति और करुणा के प्रतीक भी हैं। उनका चरित्र संपूर्ण मानवता को धर्म, नीति और भक्ति का संदेश देता है। भगवान श्रीकृष्ण के अनेक नाम हैं, जो उनके गुणों, लीलाओं और स्वरूप को दर्शाते हैं। इस ब्लॉग में हम 108 names of Lord Krishna के बारे में जानेंगे।


108 names of lord krishna​  और उनका अर्थ



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भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम उनके विभिन्न स्वरूपों, लीलाओं और शक्तियों को प्रकट करते हैं। प्रत्येक नाम के पीछे एक गहरी आध्यात्मिक महत्ता छिपी हुई है। आइए जानते हैं श्रीकृष्ण के 108 नामों का अर्थ:

  1. कृष्ण - जो सबको आकर्षित करते हैं
  2. गोविंद - गऊओं और वेदों की रक्षा करने वाले
  3. माधव - लक्ष्मीपति
  4. केशव - सुंदर केशों वाले
  5. मुरारी - मुर राक्षस का वध करने वाले
  6. वासुदेव - वसुदेव पुत्र
  7. दामोदर - जिनकी कमर में रस्सी बांधी गई थी
  8. चक्रधर - चक्र धारण करने वाले
  9. गिरिधर - गोवर्धन पर्वत उठाने वाले
  10. मधुसूदन - मधु दानव का वध करने वाले
  11. हरि - जो पापों का नाश करते हैं
  12. जगन्नाथ - समस्त जगत के स्वामी
  13. राधानाथ - राधा के प्रियतम
  14. श्रीधर - लक्ष्मीपति
  15. यशोदानंदन - यशोदा माता के पुत्र
  16. गोपीनाथ - गोपियों के स्वामी
  17. पार्थसारथी - अर्जुन के सारथी
  18. अनंत - जिनका कोई अंत नहीं
  19. नारायण - जो संपूर्ण ब्रह्मांड में व्याप्त हैं
  20. अच्युत - जो कभी नष्ट नहीं होते


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(इसी प्रकार भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम विस्तृत रूप से मौजूद हैं।)


श्रीकृष्ण के नामों का महत्व


भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम केवल उनके लीलाओं का वर्णन मात्र नहीं हैं, बल्कि उनके दिव्य स्वरूप को भी दर्शाते हैं। इन नामों का जाप करने से आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है। सनातन धर्म में नाम-जप का अत्यधिक महत्व है।

1. आध्यात्मिक शुद्धि: जब कोई भक्त श्रद्धा और प्रेम से भगवान श्रीकृष्ण के नामों का जाप करता है, तो उसका मन शुद्ध होता है और जीवन में सकारात्मकता आती है।

2. मानसिक शांति: श्रीकृष्ण का नाम स्मरण करने से मन में शांति और संतोष का अनुभव होता है।

3. संकटों का नाश: जो भक्त नियमित रूप से भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों का जाप करता है, वह जीवन के संकटों से मुक्त होकर दिव्य आनंद प्राप्त करता है।

4. श्रीकृष्ण कृपा प्राप्ति: भक्तों का विश्वास है कि श्रीकृष्ण के नामों का जप करने से उनकी कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।



108 नामों के जप का लाभ


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  • मानसिक शांति और आत्मिक बल की प्राप्ति होती है।
  1. जीवन की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
  2. श्रीकृष्ण कृपा से भक्ति और प्रेम की अनुभूति होती है।
  3. सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
  4. भक्त का चित्त शुद्ध और निर्मल हो जाता है।
  5. मन, बुद्धि और आत्मा में संतुलन स्थापित होता है।
  6. आत्मज्ञान और ईश्वरीय अनुभूति का मार्ग प्रशस्त होता है।


कब करें भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों का जाप?


  1. प्रातःकाल और सायंकाल - सूर्योदय और सूर्यास्त के समय नामजप करना अत्यंत फलदायी होता है।
  2. कृष्ण जन्माष्टमी - इस दिन भगवान के नामों का जप विशेष फलदायी होता है।
  3. एकादशी - भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की आराधना के लिए यह विशेष तिथि मानी जाती है।
  4. व्यक्तिगत संकट के समय - जब जीवन में कठिनाइयाँ हों, तब इन नामों का जाप करने से राहत मिलती है।
  5. भक्ति और ध्यान के समय - जब भी कोई भक्ति, साधना या ध्यान करता है, तब इन नामों का जाप उसे गहरी आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करता है।


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श्रीकृष्ण नामजप से जुड़ी कथाएँ


1. द्रौपदी और गोविंद: जब दुःशासन ने द्रौपदी का चीरहरण करने का प्रयास किया, तब उन्होंने भगवान कृष्ण को पुकारा - "हे गोविंद!" और श्रीकृष्ण ने उनकी रक्षा की। यह दर्शाता है कि जब भी भक्त सच्चे हृदय से उनका नाम स्मरण करता है, वे उसकी रक्षा अवश्य करते हैं।

2. सुदामा और श्रीकृष्ण: सुदामा, जो भगवान श्रीकृष्ण के बाल सखा थे, जब उनके दर्शन हेतु द्वारका पहुँचे, तब भगवान ने अत्यंत प्रेम से उनका सत्कार किया। सुदामा ने उन्हें केवल थोड़े से चिउड़े भेंट किए, लेकिन भगवान ने उनकी दरिद्रता को समाप्त कर दिया। यह श्रीकृष्ण नाम-स्मरण की महिमा को दर्शाता है।



भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों का जप करने से भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिक ऊर्जा की वृद्धि होती है। यह नाम न केवल हमारी आत्मा को शुद्ध करते हैं, बल्कि हमें ईश्वरीय कृपा का अनुभव भी कराते हैं। 108 names of Lord Krishna का जाप करने से हम उनके दिव्य स्वरूप से जुड़ सकते हैं और अपने जीवन को भक्तिमय बना सकते हैं।


हरे कृष्ण! हरे कृष्ण! कृष्ण कृष्ण हरे हरे! हरे राम! हरे राम! राम राम हरे हरे!


FAQs


प्रश्न 1: 108 names of Lord Krishna का महत्व क्या है?


उत्तर: 108 names of Lord Krishna भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न स्वरूपों, गुणों और लीलाओं को दर्शाते हैं। इनमें गोविंद, माधव, वासुदेव, कान्हा, मुरारी आदि नाम प्रमुख हैं। ये नाम जपने से आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है और भक्त को श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।


प्रश्न 2: क्या 108 names of Lord Krishna का जाप करने से विशेष लाभ होता है?


उत्तर: हाँ, 108 names of Lord Krishna का जाप करने से मन को शांति मिलती है, नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। ये नाम भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिक उन्नति के प्रतीक हैं, जिनका नियमित जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।


प्रश्न 3: 108 names of Lord Krishna को किस प्रकार जपना चाहिए?


उत्तर: 108 names of Lord Krishna को श्रद्धा और भक्ति के साथ उच्चारित करना चाहिए। रोज़ सुबह या शाम तुलसी माला से इन नामों का जाप करना विशेष शुभ माना जाता है। यदि समय कम हो तो इनमें से किसी भी नाम का बार-बार स्मरण करने से भी भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त हो सकती है।

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