Ram Navami 2024 : तारीख, मुहूर्त और जन्मोत्सव का महत्व
5 July 2024 | vedic-learnings
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Ram Navami क्यों मनाई जाती है ?
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से सब जगह एक उत्साह का वातावरण बन गया था। जिसको देखो वह ” राम -राम ” के भक्ति में डूबा हुआ था। जैसा की हम सब जानते है रामनवमी आने वाली है तो फिर से रामलल्ला के आगमन के लिए विशेष तैयारियां होंगी। इस साल ram navami 17 अप्रैल 2024 को है और इस बार और धूम -धाम से इसको मनाया जायेगा और खासकर नव -निर्मित अयोध्या मंदिर में। आइये जानते है रामनवमी और इसके बारे में ख़ास बातें।
2024 में Ram Navami का मुहूर्त क्या है ?
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का प्रारंभ 16 अप्रैल को दोपहर 01 बजकर 26 मिनट से होगा और इसका समापन 17 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में राम नवमी का पर्व 17 अप्रैल को मनाया जाएगा। तो इस साल ram navami 17 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी।
राम नवमी: भगवान राम के जन्मोत्सव का महत्व
अगर विष्णु जी के अवतारों के बारे में बात किया जाये तो उसमे श्री कृष्णा और रामजी का नाम सर्वप्रथम आता है। राम जी को पुरुषोत्तम यानि श्रेष्ठ इंसान माना गया है। जो सबसे श्रेष्ठ है , गुनी है और सब का प्रिये है। हिंदू धर्म में राम नवमी एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
इस साल, राम नवमी 17 अप्रैल को है, जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के रूप में आया है। यह पर्व हमें भगवान राम के जीवन और उनकी महिमा को याद दिलाता है, और हमें उनके धार्मिक और नैतिक शिक्षाओं का सम्मान करने के लिए प्रेरित करता है।
रामायण की महिमा से जाने राम नवमी का महत्व
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राम नवमी का महत्व रामायण महाकाव्य से आता है, जिसमें भगवान राम के जीवन का विवरण है।
भगवान राम का जन्म आयोध्या में हुआ था, और वे कौशल्या और राजा दशरथ के पुत्र थे। राम के जीवन का प्रमुख घटना रावण वध है, जिसने उन्हें अयोध्या से वनवास पर जाने के लिए मजबूर किया और उनकी पत्नी सीता को अपहरण किया। राम, सीता और उनके भाई लक्ष्मण ने रावण का वध करके अधर्म को नष्ट किया और धर्म की विजय की।
राम नवमी का महत्व
राम नवमी को हम भगवान राम के जन्म के अवसर पर मनाते हैं, जो एक संदेशक और आदर्श मानव थे। उनकी जीवनी में हमें न्याय, धर्म, प्रेम और समर्पण का संदेश मिलता है। राम नवमी के दिन, लोग भगवान राम के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी आराधना करते हैं। इस दिन को विशेषतः उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
धार्मिक अर्थ:
राम नवमी के दिन, धार्मिक ग्रंथों के पाठ, कीर्तन और भजन सुनाए जाते हैं। इस दिन को समर्पित किए गए भजनों में राम के गुणों की महिमा गाई जाती है और लोग उनके प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति का प्रकट करते हैं। धार्मिक स्थलों पर, भगवान राम की भक्ति के लिए सांगोपंग मेले और रामलीला का आयोजन किया जाता है।
सामाजिक महत्व:
राम नवमी का त्योहार धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस दिन को लोग अपने द्वारा आयोजित भोज और दान के माध्यम से खुशियों का संचार करते हैं। यह एक ऐसा समय है जब लोग आपस में खुशियां बांटते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशहाली की कामना करते हैं। इस तरह के सामाजिक उत्सव लोगों को एक साथ आने के लिए प्रेरित करते हैं और सामाजिक एकता और भाईचारा बढ़ाते हैं।
रामायण के संदेश:
राम नवमी के महत्व को समझने का एक और महत्वपूर्ण पहलू है रामायण के संदेश को समझना। रामायण में भगवान राम के जीवन की कई महत्वपूर्ण सीखें हैं जैसे कि वचन परिपालन, धर्म के प्रति समर्पण, परिवार के प्रति समर्पण, और अधर्म के विरुद्ध लड़ना। इन संदेशों को अपने जीवन में अमल में लेकर हम सच्चे धर्मात्मा और नेतृत्वी प्रेरित हो सकते हैं।
इस साल रामनवमी से हम क्या सीख सकते हैं ?
रामनवमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर, हम भगवान राम के जीवन से कई मूल्यवान सिख सकते हैं, जो हमें अपने जीवन में उत्तमता की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। यहाँ कुछ मुख्य बातें हैं जो हम रामनवमी से सीख सकते हैं:
धर्म का पालन:
- भगवान राम ने अपने जीवन में सच्चे धर्म का पालन किया।
- हमें उनके जीवन से यह सिख मिलती है कि हमें समाज में अच्छाई की रक्षा करनी चाहिए और सत्य के प्रति संगी प्रतिज्ञा करनी चाहिए।
कर्तव्य पालन:
- भगवान राम ने अपने कर्तव्य का पालन किया और धर्म के लिए अपने पिता के वचनों का पालन किया।
- हमें उनसे यह सिख मिलती है कि हमें अपने कर्तव्यों को समय समय पर निभाना चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार करना चाहिए।
सहनशीलता और सहयोग:
भगवान राम ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया और उन्हें साहस से पार किया।
हमें उनसे यह सिख मिलती है कि हमें संघर्षों का सामना करते समय धैर्य और सहनशीलता बनाए रखनी चाहिए, और साथ में साथी का समर्थन भी देना चाहिए।
ध्यान और त्याग:
भगवान राम ने अपने जीवन में मन, वचन, और कर्म का संयम और त्याग किया।
हमें उनसे यह सिख मिलती है कि हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ध्यान, संयम, और समर्पण के साथ काम करना चाहिए।
इस तरह, रामनवमी हमें भगवान राम के जीवन से कई मूल्यवान सीखें प्रदान करती है, जो हमें धार्मिकता, कर्तव्य पालन, सहनशीलता, और त्याग में स्थिरता की ओर ले जाती है।इस तरह, रामनवमी हमें भगवान राम के जीवन से कई मूल्यवान सीखें प्रदान करती है। जो हमें धार्मिकता, कर्तव्य पालन, सहनशीलता, और त्याग में स्थिरता की ओर ले जाती है।
जब हम राम जी के जीवन को पूर्ण रूप से जान जायेंगे तब हम खुद राम बन जायेंगे।
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इस प्रकार, ram navami हमें धार्मिक, सामाजिक और आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्धि और शांति के प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है।
इस पर्व के दिन हमें भगवान राम की आराधना करनी चाहिए और उनके जीवन के महत्वपूर्ण संदेशों को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए। इस राम नवमी के अवसर पर, हमें अपने आप को समर्पित करना चाहिए और सदैव धर्म, सच्चाई और प्रेम के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
2024 के राम नवमी से जुड़े कुछ FAQs
Ram Navami का क्या महत्व है?
Ram Navami in 2024 महोत्सव को भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व दिया जाता है। यह पर्व भगवान राम के जन्म की खुशी में मनाया जाता है और समाज में एकता, सौहार्द और धर्म के महत्व को साझा करता है।
रामनवमी कैसे मनाई जाती हैं?
रामनवमी के दिन, लोग मंदिरों में भगवान राम की मूर्ति को पूजा करते हैं, रामायण के पाठ करते हैं और धार्मिक समारोहों में भाग लेते हैं।
विशेष रूप से, भजन की सभाएं और किर्तन आयोजित किए जाते हैं।
रामनवमी 2024 की पूजा विधि क्या है ?
रामनवमी 2024 की पूजा विधि में भगवान राम की मूर्ति का पूजन, रामायण पाठ, भजन-कीर्तन, और चरण पूजन शामिल है।
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